देहरादून में बाग प्रिंट की महक — फ्लो क्राफ्ट बाज़ार प्रदर्शनी में यूनेस्को अवॉर्डी मोहम्मद
फ़ास्ट न्यूज़ जनता की आवाज़ प्रधान संपादक सज्जाद खान

देहरादून में बाग प्रिंट की महक — फ्लो क्राफ्ट बाज़ार प्रदर्शनी में यूनेस्को अवॉर्डी मोहम्मद आरिफ खत्री के काम की सराहना, मुख्यमंत्री की पत्नी गीता धामी ने की मुलाकात*
देहरादून, 8 अक्टूबर — उत्तराखंड की वादियों में इस बार पारंपरिक बाग प्रिंट कला की रंगत बिखरी। फिक्की (FICCI) द्वारा 7 और 8 अक्टूबर को आयोजित दो दिवसीय फ्लो क्राफ्ट बाज़ार में देशभर के नामी कलाकारों ने अपनी कलाकृतियाँ प्रदर्शित की लेकिन सबका दिल जीत लिया यूनेस्को अवॉर्डी बाग प्रिंट शिल्पकार मोहम्मद आरिफ खत्री ने।
कार्यक्रम का सबसे सुनहरा पल तब आया जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की धर्मपत्नी, श्रीमती गीता धामी स्वयं प्रदर्शनी में पहुँचीं। उन्होंने आरिफ खत्री एवं मोहम्मद अली खत्री के स्टॉल पर बारीकी से बाग प्रिंट के डिज़ाइनों को देखा, उनकी पारंपरिक छपाई की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली — और फिर बड़ी आत्मीयता से एक सुंदर बाग प्रिंट की सिल्क साड़ी ख़रीदकर इस विरासत को सलाम किया।
इस प्रदर्शनी में खत्री ने बाग प्रिंट की साड़ियाँ, सूट, दुपट्टे, टेबल रनर और बांस की चिक ब्लाइंड्स जैसे नए नवाचार प्रस्तुत किए, जिन्हें दर्शकों ने खूब सराहा।
मध्य प्रदेश के धार ज़िले के बाग गाँव से संबंध रखने वाले मोहम्मद आरिफ खत्री बाग प्रिंट के पारंपरिक परिवार से हैं। यह कला उनके परिवार में पीढ़ियों से चली आ रही है।
प्राकृतिक रंगों से कपड़े पर लकड़ी के ब्लॉक्स से छपाई की यह तकनीक आज विश्वभर में भारतीय हस्तकला की पहचान बन चुकी है।
देहरादून में लोगों का प्यार और सम्मान प्रेरणादायक रहा” — मोहम्मद आरिफ खत्री”
खत्री ने कहा कि उन्हें खुशी है कि उत्तराखंड जैसे खूबसूरत राज्य में उनकी कला को इतनी सराहना मिली।
उन्होंने कहा — “जब लोग हमारी कला को समझते और सराहते हैं, तो यह हमारे लिए सबसे बड़ा पुरस्कार होता है।”
इस एग्ज़िबिशन ने साबित किया कि भारत की हर मिट्टी में एक कहानी है — बस उसे पहचानने और सराहने की ज़रूरत है।
बाग प्रिंट का यह प्रदर्शन न केवल देहरादून के लोगों के लिए आकर्षण रहा, बल्कि उत्तराखंड में पारंपरिक कला के प्रति रुचि को भी नई ऊर्जा दी।
फ़ास्ट न्यूज़ जनता की आवाज़ बाग़ धार से सहज़ाद खान भारती की रिपोर्ट